धान की रोपाई जोरों पर, पैक्स केंद्रों में यूरिया गायब
इन दिनों धान की रोपाई का कार्य जोरों पर है। बरसात आने के बाद रोपाई तेज हो गयी है, लेकिन पैक्स केंद्रों में पिछले एक हफ्ते से यूरिया खाद नहीं है। इससे किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा कृभकों व इफको बिक्री केंद्र पर भी यूरिया खाद खत्म हो गया है।
वहीं कृषि विभाग के अधिकारी जल्दी ही यूरिया खाद का रैंक लगने की बात कह रहे हैं। उनका कहना है कि प्राइवेट विक्रेताओं के पास पर्याप्त मात्रा में यूरिया का स्टाक है। पैक्स केंद्रों में ज्यादातर यूरिया खाद इफको व कृभकों से ही जाता है। पैक्स केंद्रों का इनके साथ खाद को लेकर करार है।
किसान भी पैक्स केंद्रों, कृभकों व इफको से प्राथमिकता के आधार पर खाद खरीदता है। जानकारी के अनुसार 12 दिनों से ज्यादातर पैक्स केंद्रों में यूरिया खाद नहीं है। इसके आने अभी कोई उम्मीद भी नहीं है।
किसान मुकेश कुमार, दीपचंद, रमेश कुमार का कहना है कि धान की रोपाई के 10 दिन यूरिया खाद का पहला छिड़काव फसल में कर दिया जाता है, लेकिन खाद न मिलने से काफी फसल ऐसे ही खड़ी है।
किसानों का कहना है कि इससे पैदावार पर असर पड़ेगा। उनका यह भी कहना है कि पैक्स केंद्र लोकल हैं। इनसे खाद लेने में ज्यादा भाग दौड़ नहीं होती। इसलिए वहां खाद उपलब्ध करवायी जाये।
कृषि अधिकारियों से मिलेगी भाकियू
इस बारे में भारतीय किसान यूनियन के जिला प्रधान सुभाष गुर्जर का कहना है कि बीते पांच सालों से फसल के सीजन में कभी यूरिया तो कभी डीएपी खाद की किल्लत होती है। किसानों को खाद के लिए इधर- उधर दौड़ लगानी पड़ती है। उन्होंने कहा कि इस बारे में सरकार से खाद की पर्याप्त उपलब्धता कराने की मांग की है।
इस बारे में सुभाष गुर्जर का कहना है कि इसे लेकर यूनियन का प्रतिनिधिमंडल जल्दी ही कृषि उप निदेशक से मिलेगा।
जल्द लगेगा खाद का रैंक: उप निदेशक
कृषि विभाग के उप निदेशक डा. आदित्य प्रताप डबास का कहना है कि यूरिया खाद की डिमांड भेजी हुई है। कुछ पैक्स केंद्रों में खाद की दिक्कत है। प्राइवेट विक्रेताओं के पास यूरिया खाद का प्रयाप्त स्टाक है। जिले में 20 हजार एमटी के यूरिया खाद है। जल्दी ही इफको के यूरिया खाद का रैक लगेगा। किसानों को खाद को लेकर कोई भी दिक्कत नहीं आने दी जाएगी।